जीवन के हर मोड़ पर एक अनमोल सहारा
कर्ण -दुर्योधन, सुदामा -कृष्ण ,जय- वीरू इत्यादि ये वो नाम है जिनसे हम सभी रू -ब -रू है दोस्ती के लिये जाने वालों नामों में से हैं..दोस्ती बहुत ही प्यारा रिश्ता है, बाकी रिश्ते हमें दे दिए गए हैं माँ -बाप ,भाई -बहन आदि लेकिन दोस्ती एक मात्र ऐसा रिश्ता है जिसे हम खुद अपने पसंद से चुनते हैं…दोस्ती क्या है?

“दोस्ती वो नहीं जो जान देती है
दोस्ती वो नहीं जो मुस्कान देती है
अरे, सच्ची दोस्ती तो वह है
जो पानी में गिरा हुआ दोस्त देखकर,
खुद को भीगने देती है…”
” यानी जो बुरे वक़्त में काम आए वही दोस्त है…”
आज के बदलते समय में हम सिर्फ अपने लिए सोचते हैं कि यह मेरे बुरे वक्त में काम आएगा या नहीं लेकिन हम यह कभी नहीं सोचते कि हम उसके काम आयेंगे या नहीं…
दोस्ती बहुत ही कमाल का रिश्ता होता है, पुराने दोस्त होना इंसान के अच्छे होने की निशानी है..दोस्त असल में वो है जिनके साथ आप घंटों खामोश बैठे रह सकते हैं..जो आपकी बातों को बिना बोले समझ सके, जिसको आप पर भरोसा हो..
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में जहाँ हर कोई अकेला महसूस कर सकता है, वहाँ दोस्ती एक सहारा बनकर आती है। दोस्त हमारे लिए एक सपोर्ट सिस्टम की तरह होते हैं.. वे हमें सलाह देते हैं, हमारी हिम्मत बढ़ाते हैं और जब हम हार मानने लगते हैं, तो हमें फिर से उठने के लिए प्रेरित करते हैं।
दोस्ती की सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी उम्र, धर्म या सामाजिक दर्जे से परे होती है। एक दोस्त आपका बचपन का साथी हो सकता है, कॉलेज का दोस्त हो सकता है या काम की जगह पर मिला हुआ कोई सहकर्मी हो सकता है। दोस्ती का रिश्ता बस दो दिलों के बीच का एक शुद्ध और गहरा रिश्ता होता है।
तो, अपने दोस्तों को महत्व दें। उनके लिए समय निकालें। क्योंकि दोस्ती एक ऐसी पूंजी है जिसे आप जितना सहेज कर रखेंगे, यह उतनी ही बढ़ती जाएगी। दोस्ती हमें सिखाती है कि जीवन अकेले नहीं,
बल्कि सबसे मिलकर रहना सिखाती हैं….
आज के Gen Z वाले समय में सच्चे दोस्त नहीं मिलते क्योंकि हमारे पास विकल्पों की कमी नहीं है,आज के जेनरेशन यह नहीं जानते कि सच्ची दोस्ती क्या होती हैं…
खैर, दोस्ती बहुत ही खूबसूरत और कमाल का रिश्ता है…
इस रिश्ते के महत्व को समझते हुए फ्रैंडशिप डे को मनाए….
Happy Friendship day 🙂





